यूपी में बीजेपी की गठबंधन साझीदार अपना दल की अनुप्रिया पटेल ने आम चुनावों से ठीक पहले बड़ा बयान दिया है, जिसके कई मायने लगाए जा रहे हैं।
नई दिल्ली : देश में आगामी महीनों में होने वाले आम चुनावों से पहले यूपी में बीजेपी को झटका लग सकता है। अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल ने इसके संकेत दिए हैं कि पार्टी अब अपना रास्ता खुद चुनेगी। आम चुनावों से ठीक पहले आए उनके इस बयान के कई निहितार्थ लगाए जा रहे हैं।
केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया की पार्टी और बीजेपी के बीच अनबन की अटकलें पिछले काफी समय से लगाई जा रही हैं। दिसंबर 2018 में उन्होंने कहा था कि बीजेपी छोटे दलों के अपने सहयोगियों को उचित सम्मान नहीं दे रही है और उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। अब एक बार फिर उन्होंने कहा है कि बीजेपी उनकी बात नहीं सुन रही है और 'ऐसा लगता है कि उसकी रुचि समस्याओं के समाधान में नहीं है।
अनुप्रिया का कहना है कि उनकी पार्टी को यूपी में बीजेपी के साथ कुछ समस्याएं हैं, जिस बारे में उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत कराया और इसके समाधान के लिए 20 फरवरी तक का समय भी दिया, पर यह समय निकल चुका है और पार्टी ने इसका समाधान नहीं किया, जिसके बाद उनकी पार्टी अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र है।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के रवैये से साफ है कि उन्हें शिकायतों से कोई लेना-देना नहीं है और समस्याओं के समाधान में उनकी कोई रुचि नहीं है। इसलिए अपना दल अब अपना रास्ता चुनने के लिए स्वतंत्र है।' उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई गई है, जिसमें पार्टी की आगामी रणनीतियों के बारे में फैसला लिया जाएगा।