नई दिल्ली; 23 अप्रैल (एएनएस)। कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में अब राजनीतिक उठापटक भी शुरू हो गई है। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में केंद्र राज्यों के बीच सहयोग को सबसे अहम बताया तो कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान, पुडुचेरी के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से वित्तीय पैकेज की मांग करते हुए कहा कि अगर मोदी सरकार राज्यों का सहयोग नहीं करती है तो कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो जाएगी। वहीं, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर नफरत का वायरस फैलाने का आरोप लगाया।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कोरोना संकट के खिलाफ लड़ाई में संसाधनों की उपलब्धता पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग से ही इस लड़ाई में कामयाबी मिलेगी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक मनमोहन ने कहा कि लॉकडाउन की सफलता को आखिरकार कोविड-19 से निपटने की हमारी क्षमता से परखा जाएगा। उन्होंने कहा, ''केंद्र और राज्यों के बीच सहयोग कोरोना संकट के खिलाफ लड़ाई में हमारी सफलता की कुंजी है। सिंह ने कहा कि इस लड़ाई में कई मुद्दों पर ध्यान देने की जरूरत है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई बहुत हद तक संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर करती है।
बैठक में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से वित्तीय सहयोग की जरूरत पर जोर दिया। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि अभी केंद्र की ओर से उनके राज्य के लिए जीएसटी का 4400 करोड़ रुपये का बकाया जारी नहीं किया गया है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर केंद्र सरकार राज्यों की वित्तीय मदद नहीं करती है तो कोरोना के खिलाफ लड़ाई कमजोर हो जाएगी। उन्होंने केंद्र से बड़े वित्तीय पैकेज की मांग की।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों और विद्यार्थियों को उनके घर भेजने के लिए केंद्र को नीति बनाने की जरूरत है। लेकिन केंद्र सरकर इस मुद्दे पर चुप है। उन्होंने भी केंद्र से वित्तीय सहयोग की मांग की। पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि केंद्र की ओर से उनके इस केंद्र शासित प्रदेश को जीएसटी का 600 करोड़ रुपये का बकाया नहीं मिला है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि जब देश में कोरोना वायरस के खिलाफ सभी को एकजुट होने की जरूरत है तो भाजपा सांप्रदायिक पूर्वाग्रह और नफरत का वायरस फैलाने में लगी हुई है। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ''मैं आप लोगों के साथ वो बात साझा करना चाहती हूं जिसको लेकर हम सभी भारतीय नागरिकों को चिंता करनी चाहिए। जब हमें कारोना वायरस का एकजुट होकर मुकाबला करने चाहिए तो भाजपा सांप्रदायिक पूर्वाग्रह और नफरत का वायरस फैलाने में लगी हुई है।"
उन्होंने कहा, ''हमारे सामाजिक सौहार्द को बड़ा नुकसान पहुंचाया जा रहा है। हमारी पार्टी और हमें इस नुकसान की भरपाई के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। सोनिया ने कहा, ''कोरोना महामारी ज्यादा फैल गई है जो परेशान करने वाली बात है। समाज के हमारे कुछ वर्गों खासकर किसानों, मजदूरों, प्रवासी कामगारों, निर्माण क्षेत्र के श्रमिकों और असंगठित क्षेत्र के लोगों को बहुत कठिनाई का सामना करना पड़ा है।"